मेरे गिरधारी॥

आसरा इस जहाँ का मिले ना मिल, मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए ॥ यहाँ खुशियां है कम और ज्यादा है गम, जहाँ देखूं वहीँ है भरम हीं भरम, मेरी...
Read More

श्री उमा महेश्वर स्तोत्रं

नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यां परस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् । नगॆन्द्रकन्यावृषकॆतनाभ्यां नमॊ नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥
Read More
Disclaimer: इस ब्लॉग पर बहुत जगहों से content को उपलब्ध किया जा रहा है, अगर आपको लगे की ये चीज आपकी है तो आप सम्बंधित पोस्ट पर कमेंट करें ना की हमें कॉल करने की कोशिश ।