आसरा इस जहाँ का मिले ना मिल,
मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए ॥
यहाँ खुशियां है कम और ज्यादा है गम,
जहाँ देखूं वहीँ है भरम हीं भरम,
मेरी महफ़िल में शम्मा जले ना जले,
मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए॥
मेरी चाहत की दुनियां बसे ना बसे,
मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए॥
चाँद तारे फलक पे दिखे ना दिखे,
मुझको तेरा नजारा सदा चाहिए॥
मेरी धीमी है चाल और पथ है विशाल,
हर कदम पे मुशीबत अब तू हीं संभाल,
पैर मेरे थके हैं चले ना चले,
राजीव दुबे को तेरा इशारा सदा चाहिए॥
गर तेरी इनायत हो जाये,
गर तेरा सहारा मिल जाये,
दुनियां की कुछ परवाह नहीं,
चाहे सबसे किनारा हो जाए,
बस जाएँ श्री वृन्दावन में,
ऐसी तो मेरी औकात नहीं,
अरे राधा रानी कृपा करदे,
फिर ऐसी तो कोई बात नहीं,
बुला लो बुला लो,
बुला लो वृन्दावन गिरधारी ॥
📝UNKNOWN
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