क्षमा करना हे आज़ाद ,
जिस मुखबिर की मुखबिरी पे आपको अल्फ्रेड पार्क में आत्माहुति देनी पड़ी उस गद्दार को हम सजा नहीं दे पाए ।
उलटे उसे आजादी के बाद पद्म श्री उपाधि से विभूषित करके कांग्रेस के टुच्चे नेताओं की स्वार्थसिद्धि करने वाली उसके ऐसे योगदानों की कीमत चुकाई गयी ।
एक व्यथित और किंकर्तव्यविमूढ
आजाद थे आजाद हैं और आजाद रहेंगे। शहीद पंडित चंद्रशेखर आजाद जी की पुण्यतिथि पर उनको शत शत नमन
देश के लिए लड़ाई लड़ने वाले हीरो।।
जरा याद इन्हें भी किलो जो लौट के घर न आये ।। आज स्वतंत्रता संग्राम के महान विर योद्धा पंडित चंद्रशेखर आजाद जी की पुण्यतिथि है। जिन्होंने मात्र 20 -22 उम्र में अंग्रेजों के छक्के छुडा दिये थे हम उन्हें सत सत नमन करते है।।
भारत माता के सच्चे सपूत , महान देश भक्त , भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नायक चन्द्र शेखर आजाद के बलिदान दिवस पर हम सभी भारत वासी उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं ,, सत् सत् नमन है चन्द्र शेखर आजाद को ,, 🌿
चन्द्र शेखर आजाद अमर रहें ,, जय हिन्द, वन्दे मातरम् ,, जय माँ भारती ,,
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''ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी,
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी''।
कोटि कोटि प्रणाम माँ भारती के सच्चे सुपुत्र को, वन्देमातरम।
''जो भी लिखना किस्सा –ए– आबाद लिखना,
दिल की कलम से नया इन्क़लाब लिखना।
देख न पाए बेशक हम आज़ादी मगर,
पर थी इस दिल कि ये तम्मना बेताब लिखना।
कर दिया है आगाज़, जो पहुंचे अंजाम तक,
तो इस शहादत पे कुछ शवाब लिखना।
जो चढ़ गए सूली पर वतन कि खातिर,
नज्मो में ज़रा उनका भी हिसाब लिखना।
पर जब भी लिखना ए वतन–ए–हिंद,
मुझको एक परिंदा “आज़ाद” लिखना''।
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